विश्ववती प्रकाश, त्रैलोक्य विजय श्रमण भगवान महावीर प्रभु शास्त्रीय अनुष्ठान के साथ मंदिर की गगनचुंबी धजा है और माता त्रिशला की एक खड़ी और लेटी हुई मूर्ति यह एक अनोखा देरासर है और दुनिया का पहला देरासर जहां माता त्रिशला की मूर्ति हैं यहाँ कुल 5 जिनालय हैं।