त्रिरत्न पूजन के अवसर पर
श्री महावीरपुरम तीर्थ की यात्रा के लिए हार्दिक निमंत्रण
इस घटना को प्रकट करने के लिए उपस्थित गच्छाधिपति जिनागम सेवी प.प. श्रद्धेय आचार्य दोलतसागर सी. म.सा. और अजातशत्रु प.प.आ. नादिवर्धनसागर सागर म.सा. और सत्ताधारी शासन प्रभावक प.प.आ. हर्षसागर सरू. म.सा. का आशीर्वाद मिला है।
श्रमणोपासक सुश्रवक…….
स्वर्गलोक में विराजमान हमारी सदा कल्याणकारी बहन बेल्डी शतवधानी, प.प.श्री निरुपमाश्रीजी म.सा. और शतवधानी पी.पी. श्री शभूभोयश्रीजी म.सा. परम पावन श्री धर्मजाश्रीजी म.सा.के जीवन के 63 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में श्री महावीरपुरम तीर्थ की प्रथम वार्षिक तिथि के उपलक्ष्य में तीन दिवसीय उत्सव का आयोजन किया गया है।
इस पूरे उत्सव का आयोजन प.प.श्री धर्मजाश्रीजी म.सा. द्वारा किया गया है
प.आ. पुण्योदय सागर सूरीम.सा. प्रेरित श्री आनंद माणिक्य मणिभद्र संस्थान मुख्य श्री महावीरपुरम तीर्थ महोत्सव की झलक।
चैत्र वद 5 गुरुवार दिनाक 21-04-2022
सुबह 8:30 बजे :- सामूहिक स्नात्र पूजा
9:00 बजे:- राजमहल में जीवित भगवान महावीर की दार्शनिक प्रतिमा पधरामनी।
12:30 बजे :- यक्षराज श्री मणिभद्र दादा की थाली में तरह-तरह के पकवान।
7:30 बजे :- सामूहिक आरती। तीनों समय की धार्मिक भक्ति आमंत्रित अतिथियों का रोल
पूरे दिन के सभी आयोजनों के लाभार्थी :-
खुद मातश्री गजराबेन कार्तिलाल भावसार एच. पुत्र गौतमभाई कार्तिलाल भावसार सह परिवार भावनगर।
चैत्र वद 6 शुक्रवार की दिनाक 22-4-2022
प्रात: 9:30 बजे :- श्री सिद्धचक्र महापूजन :- श्री. माता चंपाबेन चिमनलाल शाह लाभार्थी:- उनकी की ओर से। बेटा प्रवीणभाई, जीतूभाई, और सुरेशभाई परिवार लुनावाड़ा के साथ।
7:30 बजे:- सामूहिक आरती।
आमंत्रित अतिथियों के तीनों समय धर्म भक्ति रखने वाले हितग्राही :- स्वर्गीय मातुश्री चंपाबेन चिमनलाल शाह द्वाराउनकी की ओर से। बेटा प्रवीणभाई, जीतूभाई, और सुरेशभाई परिवार लुनावाड़ा (प. पू. श्री धर्मज्ञश्रृंजी म.सा. की प्रेरणा से)
चैत्र वद 8 शनिवार की दिनाक 23-4-2022
आदरणीय श्री आद्यगच्छाधिपति माणिक्य सागर सूरीश्वरजी महाराज
47वें स्वर्गारोहण दिवस के अवसर पर
9:30 AM :- श्री पंचकल्याणक पूजा
पूजा सिखाने के लिए सुदामदा से श्री वासुपुजय मित्र मंडल पहुंचेंगे।
पूरे दिन के सभी आयोजनों के लाभार्थी :-
स्वर्गीय मातुश्री गजराबेन कार्तिलाल भावसार
के पुत्र गौतमभाई कार्तिलाल भावसार सह परिवार भावनगर।
(श्री धर्मज्ञश्रृंजी श्रीजी एम. सा. की प्रेरणा से)
तीनों दिन प्रभुजी की भव्य आंगी होगी।